हमारे बारे में

सेवा सदन सोसाइटी पंजीकरण अधिनियम 21 1860 के अंतर्गत पंजीकृत एक गैर सरकारी संगठन है, जो सभी ज़रूरतमंदों को बेहतर जीवन जीने के लिए सहायता प्रदान करता है। जो समाज के वंचित वर्ग का उत्थान करने की दिशा में संकल्पबद्ध एवं सक्रिय है। सेवा सदन उन लोगों का स्वागत करता है जो समाज की भलाई के लिए अपनी संपत्ति या सेवा समर्पित करने के लिए संगठन से जुड़ना चाहते हैं। हम भारतीय संस्कृति की प्रशंसा करते हैं और लोगों को भारत के त्यौहारों और महान विभूतियों की जयंती मनाने के महत्व की समझ आती है। इससे लोगों को एक-दूसरे की संस्कृति का सम्मान करने की प्रेरणा मिलती है।

हम क्या करते हैं?

सेवा सदन विभिन्न सामंजस्यपूर्ण संगठनों के साथ मिलकर कई कल्याणकारी कार्यक्रम चलाता है। सेवा सदन समाज के लाभ के लिए शुरू की गई विविध राष्ट्र योजना की देखभाल करता है।

उनमें से कुछ इस प्रकार है:

  • सेवा सदन वंचित वर्ग के बालक-बालिकाओं के कौशल विकास हेतु निःशुल्क सलाह देता है संगठन वंचित व शिक्षा में कमजोर बच्चों के लिए शिक्षा के महत्व को अवगत करते हुए मलिन क्षेत्रों में निःशुल्क कक्षाओं का प्रबंधन करता है।
  • यह संगठन कमजोर व अवसादग्रस्त महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में काम करते हुए उन्हें मूलभूत अधिकारों के प्रति जागरूक कर सरकारी योजनाओं की जानकारी मुहैया करता है।
  • प्रदूषण नियंत्रण के बारे में जानकारी देकर लोगों को उनके अनियमित जीवनयापन से होने वाले नुकसान और अस्वस्थ कारक जीवनशैली से बचाव में संगठन सहयोग करता है।
  • इस दिशा में स्वैच्छिक संस्थाओं को उनके उत्थान के लिए कार्यों में नए तौर तरीके अपनाने में सहायता करता है।
  • संबद्ध संगठनों और अन्य स्वयंसेवकों के लिए कार्यशाला का संचालन किया जाता है।
  • दैनिक जीवन में प्रभाव डालने वाले सामाजिक, शैक्षिक, कानूनी व पर्यावरण के प्रति जागरूक किया जाता है।
  • जरूरतमंदों तक पहुंचने और इसे सफल बनाने के लिए सरकार की कल्याणकारी योजनाओं में सहायता किया जाता है।
  • किसी भी प्रकार की प्राकृतिक आपदा से प्रभावित लोगों की सहायता की जाती है।
  • किसानों को जैविक खेती के लिए प्रोत्साहित करते हुए सरकार द्वारा उनके लिए विशेष रूप से बनाई गईं ऋण योजनाओं का लाभ उठाने में मदद की जाती है।
  • देश के गौरवशाली लोगों के इतिहास से लोगों को अवगत कराने के लिए बड़े पैमाने पर राष्ट्रीय त्योहारों और जयंतियों का आयोजन किया जाता है।
  • सरकार के समक्ष सामाजिक मुद्दों का प्रतिनिधित्व एवं तात्कालिक आधार पर उनकी समस्याओं को सुलझाने की रणनीति तैयार किया जाता है।
  • एनजीओ और सहायक संगठनों की उपलब्धियों के बारे में नियमित रूप से जानकारीपूर्ण और ज्ञानवर्धक बुलेटिन प्रकाशित किया जाता है।
  • लिंग अथवा जाति का भेद किए बिना संपूर्ण मानव जाति एवं मातृ भूमि के सेवा के उद्देश्य से सताए हुए लोगों व समुदाय को सशक्त बनाया जाता है।
  • सेवा, स्वच्छता एवं शिक्षा के प्रति लोगों को जागरूक करके धरती पर बेहतर जीवन की संभावना प्रशस्त करने का कार्य किया जाता है।